Chandi Ka Bhav: भारत में चांदी के भाव 18 June 2024

Aaj Ka chandi ka bhav (silver-rate-in-india)

18 June 2024

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हैदराबाद में चांदी के दाम
मुम्बई में चांदी के दाम
₹87.8
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भारत में चांदी (silver-rate-in-india)का उपयोग अनेक प्रकार से होता है और यह धातु समृद्धि, धरोहर, और पौराणिक विशेषताओं के साथ जुड़ी हुई है। यहां कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को समझाया गया है:

  1. पौराणिक और धार्मिक महत्व: चांदी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण धातु है और इसे मां दुर्गा के रूप में पूजा जाता है। देवी लक्ष्मी के साथ मिलकर चांदी को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक उत्सवों और पूजाओं में, चांदी के आभूषण और मूर्तियाँ उपयोग की जाती हैं।
  2. आभूषण और गहने: चांदी के आभूषण, जैसे कि कंगन, बाली, हार, और कंठहार, भारतीय सांस्कृतिक सोंग और रिवाजों में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। यह विशेषकर शादियों, उत्सवों, और सामाजिक अवसरों पर पहना जाता है।
  3. पूजा और यात्रा में उपयोग: मंदिरों में चांदी के कलश, मूर्तियाँ, और अन्य आराधना सामग्री का उपयोग होता है। यह पूजा में शुद्धता और सात्विकता का प्रतीक होता है।
  4. चांदी की उद्योगिक उपयोग: भारत में चांदी का व्यापारिक उपयोग भी है, और यह विभिन्न उद्योगों में शामिल है, जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स, आभूषण, और विभिन्न उत्पादों के निर्माण में।

चांदी भारतीय समाज में धार्मिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक संदर्भों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है और इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है।

Aaj Ka chandi ka bhav

ग्राम

चांदी के दाम

डेली प्राइस चेंज

1 ग्राम

87.0

+ 0.6

8 ग्राम

₹ 696

  + 4.8

10 ग्राम

₹ 870

  + 6

100 ग्राम

₹ 8700

  +60

1 Kg

₹ 87000

 

  +600

चांदी के दाम(Chandi Ka Bhav) के बारे में जानें

चांदी के साथ सोने की तुलना में कई लोग इसे एक किफायती और सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं। यह अलग-अलग तरीकों से उपयोग किया जा सकता है और अनेक उपायों से मिली जा सकती है:

  1. निवेश: चांदी को एक निवेश के रूप में देखा जा सकता है, क्योंकि इसकी मूल्य स्थिति बाजार के परिस्थितियों के आधार पर बदल सकती है। यह एक बचत और वित्तीय सुरक्षा का एक सुरक्षित रूप हो सकता है।

  2. आभूषण और उपहार: चांदी को सोने की तुलना में अधिक आभूषण बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। यह शादियों, उत्सवों और विशेष अवसरों में उपहार के रूप में भी बहुत लोगों द्वारा पसंद किया जाता है।

  3. इलेक्ट्रॉनिक्स और इंडस्ट्रीज: चांदी इलेक्ट्रॉनिक और इंडस्ट्रियल उपयोग के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसका उपयोग सिक्कों, बार, और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स बनाने में होता है।

  4. हॉलमार्किंग और पुरिति: चांदी को ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) के मानकों के अनुसार परिष्कृत किया जा सकता है, जिससे उपभोक्ता को निर्भर और सुरक्षित मानक मिलता है। हॉलमार्क और प्योरिटी दर के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि व्यक्ति अच्छी गुणवत्ता की चांदी खरीद रहा है।

चांदी की प्योरिटी

सबसे शुद्ध चांदी 999.9 रेटेड होती है, जिसे 9999 भी लिखा जा सकता है। इसे 99.99 प्रतिशत प्योर चांदी कहा जाता है और इसका इस्तेमाल चांदी के सिक्कों और कुछ देशों के मिंट की ओर से जारी किए जाने वाले बुलियन के साथ, साइंटिफिक इक्विपमेंट और मेडिकल उपकरणों में होता है। इसका सबसे सामान्य कमर्शियल ग्रेड 999 है और इसमें केवल 0.1 प्रतिशत कॉपर, लेड, या आयरन जैसी अन्य धातुएं होती हैं। यह चांदी लचीली होती है और इससे आसानी से ज्वैलरी बनाई जा सकती है।

इसके नीचे, 990 या 970 चांदी भी मिल सकती है, जिसमें क्रमशः 99 प्रतिशत और 97 प्रतिशत प्योरिटी होती है। इसका इस्तेमाल ज्वैलरी और कटलरी बनाने में हो सकता है।

925 सिल्वर, 92.5 प्रतिशत प्योर होती है और इसे स्टर्लिंग सिल्वर कहा जाता है, जिसकी पहचान अंतरराष्ट्रीय तौर पर रखी जाती है। इससे बने आर्टिफैक्ट्स, ज्वैलरी, उपहार और पेन मिल सकते हैं। इसके नीचे 900 सिल्वर, 835 सिल्वर और 800 सिल्वर की प्योरिटी होती है, जिसमें क्रमशः 90 प्रतिशत, 83.5 प्रतिशत और 80 प्रतिशत की होती है। ये अलॉय प्रति दिन के उपयोग के लिए बेहतर हो सकते हैं, क्योंकि इसमें अन्य धातुएं सख्त होती हैं, हालांकि प्योरिटी कम है।

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