Bajrang Baan : बजरंग बाण जय हनुमन्त संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी

Bajrang Baan

श्री हनुमान जी का चित्रण:

हनुमान जी, हिंदू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं और उन्हें भक्ति में महाकाव्यवाद का सर्वोत्तम उदाहरण माना जाता है। उन्हे आप रामभक्त हनुमान, पवनपुत्र हनुमान भी कहा जाता है।

हनुमान जी का रूप अत्यंत वीर और भले श्रद्धालु है, जो सदैव भगवान राम की सेवा में तत्पर रहते हैं। उनका सुंदर रूप, भक्ति और वीरता का प्रतीक है। हनुमान जी को महाकाव्य रामायण में सुग्रीव का मित्र और राम का सबसे विश्वासी भक्त कहा गया है।

हनुमान जी का देवता में एक विशेष स्थान है, और उन्हें महाकाव्य रामायण में विभिन्न किर्तिमानों और बलिदानों के लिए जाना जाता है। उनकी भक्ति से भरा हुआ राम नाम हमें आत्मा की शक्ति, उत्कृष्टता, और धर्म में सामर्थ्य प्रदान करता है।

हनुमान जी की कृपा से भक्ति में स्थायिता प्राप्त होती है और उनकी आराधना से भक्त सद्गुण से सम्पन्न होता है। उनकी कृपा और आशीर्वाद से भक्त जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकता है।

श्री हनुमान जी की भक्ति करने से हम नीति, करुणा, और सेवा की भावना से युक्त होते हैं, जो हमें अध्यात्मिक उन्नति में सहायक होती है। हनुमान जी का स्मरण और उनकी आराधना से हम जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।

इस प्रकार, हनुमान जी का पूजन हमें भक्ति और धर्म के मार्ग पर चलने में मदद करता है और हमें आत्मा के सच्चे स्वरूप की अवधारणा कराता है।(Bajrang Baan)

Bajrang Baan Lyrics:

मंगलवार का दिन महाबली हनुमान की पूजा आराधना के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से रामभक्त हनुमान की अराधना करता है उसके सारे दुखों का नाश हो जाता है। हनुमान जी कलयुग में जीवित देवता के रूप में माने जाते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार हनुमान जी एकमात्र ऐसे देवता हैं, जो सशरीर आज भी पृथ्वी पर विचरण करते हैं और अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। जो भक्त नियमित रूप से हनुमान जी की पूजा-अर्चना करता है, उसे सभी तरह के कष्टों का निवारण जल्द हो जाता है। हनुमान जी के बारे में कहा जाता है कि उनको प्रसन्न करने के लिए किसी विशेष प्रकार की पूजा की जरूरत नहीं होती है। मात्र हनुमान जी के नाम का स्मरण करने से सारे दुख दूर हो जाते हैं। फिर भी यदि आप विशेष कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको बजरंग बाण का पाठ करें। मान्यता है जो व्यक्ति सच्चे दिल से इस पाठ को करता है, उसके जीवन के कई कष्टों का अंत तुरंत हो जाता है। यहां पढ़िए सम्पूर्ण बजरंग बाण का पाठ…(Bajrang Baan)

Bajrang baan lyrics in hindi

shri bajrang baan

बजरंग बाण
” दोहा ”

“निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।”
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥”

“चौपाई”

जय हनुमन्त सन्त हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी।।

जन के काज विलम्ब न कीजै। आतुर दौरि महासुख दीजै।।

जैसे कूदि सिन्धु महि पारा। सुरसा बदन पैठि विस्तारा।।

आगे जाई लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुर लोका।।

जाय विभीषण को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा।।

बाग़ उजारि सिन्धु महँ बोरा। अति आतुर जमकातर तोरा।।

अक्षयकुमार को मारि संहारा। लूम लपेट लंक को जारा।।

लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर में भई।।

अब विलम्ब केहि कारण स्वामी। कृपा करहु उर अन्तर्यामी।।

जय जय लक्ष्मण प्राण के दाता। आतुर होय दुख हरहु निपाता।।

जै गिरिधर जै जै सुखसागर। सुर समूह समरथ भटनागर।।

ॐ हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहिंं मारु बज्र की कीले।।

गदा बज्र लै बैरिहिं मारो। महाराज प्रभु दास उबारो।।

ऊँकार हुंकार प्रभु धावो। बज्र गदा हनु विलम्ब न लावो।।

ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं हनुमंत कपीसा। ऊँ हुं हुं हुं हनु अरि उर शीशा।।

सत्य होहु हरि शपथ पाय के। रामदूत धरु मारु जाय के।।

जय जय जय हनुमन्त अगाधा। दुःख पावत जन केहि अपराधा।।

पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत हौं दास तुम्हारा।।

वन उपवन, मग गिरिगृह माहीं। तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं।।

पांय परों कर ज़ोरि मनावौं। यहि अवसर अब केहि गोहरावौं।।

जय अंजनिकुमार बलवन्ता। शंकरसुवन वीर हनुमन्ता।।

बदन कराल काल कुल घालक। राम सहाय सदा प्रतिपालक।।

भूत प्रेत पिशाच निशाचर। अग्नि बेताल काल मारी मर।।

इन्हें मारु तोहिं शपथ राम की। राखु नाथ मरजाद नाम की।।

जनकसुता हरिदास कहावौ। ताकी शपथ विलम्ब न लावो।।

जय जय जय धुनि होत अकाशा। सुमिरत होत दुसह दुःख नाशा।।

चरण शरण कर ज़ोरि मनावौ। यहि अवसर अब केहि गोहरावौं।।

उठु उठु चलु तोहि राम दुहाई। पांय परों कर ज़ोरि मनाई।।

ॐ चं चं चं चं चपत चलंता। ऊँ हनु हनु हनु हनु हनुमन्ता।।

ऊँ हँ हँ हांक देत कपि चंचल। ऊँ सं सं सहमि पराने खल दल।।

अपने जन को तुरत उबारो। सुमिरत होय आनन्द हमारो।।

यह बजरंग बाण जेहि मारै। ताहि कहो फिर कौन उबारै।।

पाठ करै बजरंग बाण की। हनुमत रक्षा करै प्राण की।।

यह बजरंग बाण जो जापै। ताते भूत प्रेत सब काँपै।।

धूप देय अरु जपै हमेशा। ताके तन नहिं रहै कलेशा।।

“दोहा”

” प्रेम प्रतीतहि कपि भजै, सदा धरैं उर ध्यान। “

” तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्घ करैं हनुमान।। “

Bajrang Baan

Bajrang Baan Path: हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन उनकी आराधना करने से व्यक्ति को जीवन में आ रही बाधाओं से मुक्ति को मिलती ही है साथ ही उसकी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है क्योंकि वह अपने भक्तों के सभी कष्ट हरते हैं। रोजाना बजरंग बाण का पाठ करने से व्यक्ति को हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

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